केंद्रीय गृह राज्य मंत्री नित्यानंद राय ने कहा है कि भारत से कोई भी देश या ताकत सीधी लड़ाई नहीं कर सकती, इसलिए भारत विरोधी शक्तियां युवाओं को नशे की गिरफ्त में झोंकने की साजिश रच रही हैं। उन्होंने कहा कि नशा आज केवल सामाजिक समस्या नहीं, बल्कि देश की सुरक्षा से जुड़ा गंभीर मुद्दा बन चुका है।
नित्यानंद राय शनिवार को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) की 47वीं वाहिनी के 62वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित ‘बॉर्डर फॉर यूनिटी’ कार्यक्रम में शामिल हुए। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने एक जागरूकता रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया और इसके बाद मीडिया से बातचीत की।
युवाओं को कमजोर करने की साजिश
केंद्रीय गृह राज्य मंत्री ने कहा कि भारत आज हर क्षेत्र में तेजी से आगे बढ़ रहा है। आर्थिक, सैन्य और तकनीकी रूप से भारत मजबूत हो रहा है। ऐसे में भारत विरोधी ताकतें समझ चुकी हैं कि सीधे युद्ध में भारत को हराना संभव नहीं है। इसलिए वे नशे, तस्करी और गलत गतिविधियों के जरिए देश के युवाओं को कमजोर करने का प्रयास कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि सीमावर्ती इलाकों में नशे की तस्करी एक गंभीर चुनौती है और इससे निपटने के लिए सुरक्षा बलों के साथ-साथ आम नागरिकों की भी अहम भूमिका है।
सीमा क्षेत्र के लोगों से सहयोग की अपील
नित्यानंद राय ने सीमा क्षेत्रों में रहने वाले नागरिकों से सशस्त्र सीमा बल के सहयोगी बनने की अपील की। उन्होंने कहा कि एसएसबी न केवल देश की सीमाओं की सुरक्षा करता है, बल्कि सीमावर्ती क्षेत्रों में विकास, सामाजिक समरसता और सुरक्षा का भी मजबूत स्तंभ है।
उन्होंने भारत-नेपाल संबंधों को मजबूत बताते हुए कहा कि दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक और सांस्कृतिक संबंध हैं, जिन्हें और सशक्त बनाने में एसएसबी की भूमिका महत्वपूर्ण है।
आत्मनिर्भर भारत की ओर तेज़ी से बढ़ रहा देश
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आज भारत आत्मनिर्भरता की दिशा में तेज़ी से आगे बढ़ रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश रक्षा उत्पादन, तकनीक और आधारभूत संरचना के क्षेत्र में नई ऊंचाइयों को छू रहा है।
उन्होंने कहा कि स्वामी विवेकानंद का बचपन का नाम नरेंद्र था और उन्होंने यह भविष्यवाणी की थी कि 21वीं सदी में भारत विश्वगुरु बनेगा। नित्यानंद राय ने कहा कि स्वामी विवेकानंद के इस स्वप्न को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी साकार कर रहे हैं।
एसएसबी के योगदान की सराहना
अपने संबोधन में उन्होंने सशस्त्र सीमा बल के जवानों की सराहना करते हुए कहा कि एसएसबी ने सीमाओं की सुरक्षा के साथ-साथ आपदा प्रबंधन, नशा विरोधी अभियान और सामाजिक कार्यों में भी उल्लेखनीय योगदान दिया है।
कार्यक्रम में एसएसबी के वरिष्ठ अधिकारी, जवान और स्थानीय लोग बड़ी संख्या में मौजूद रहे। कार्यक्रम के माध्यम से सीमा क्षेत्र में एकता, सुरक्षा और राष्ट्रभक्ति का संदेश दिया गया।
















