बेगूसराय।
मनरेगा योजना में पारदर्शिता लाने और फर्जी जॉब कार्डधारियों पर शिकंजा कसने के उद्देश्य से सरकार ने अब प्रत्येक जॉब कार्डधारी के लिए ई-केवाईसी कराना अनिवार्य कर दिया है। इसके तहत जिले में बड़े पैमाने पर अभियान चलाया जा रहा है, लेकिन अब तक अपेक्षित प्रगति नहीं हो सकी है। विभागीय आंकड़ों के अनुसार बेगूसराय जिले में कुल साढ़े सात लाख से अधिक जॉब कार्डधारी हैं, जिनमें से अब तक केवल 30.01 प्रतिशत का ही ई-केवाईसी पूरा हो पाया है।
सरकारी निर्देश के बाद मनरेगा विभाग ने पंचायत स्तर तक ई-केवाईसी अभियान शुरू किया है। इस अभियान के तहत मनरेगा कर्मी गांव-गांव जाकर जॉब कार्डधारी मजदूरों का आधार आधारित ई-केवाईसी करा रहे हैं। सोमवार तक जिले के कुल 2 लाख 18 हजार 44 जॉब कार्डधारियों का ई-केवाईसी पूरा किया जा चुका है। विभागीय रिपोर्ट के अनुसार बीते तीन दिनों में 9 हजार 940 मजदूरों ने अपना ई-केवाईसी कराया है।
जिले में मनरेगा योजना के तहत बतौर मजदूर कार्य करने वाले कुल 7 लाख 65 हजार 224 लोग जॉब कार्डधारी हैं। इनमें से 7 लाख 26 हजार 458 जॉब कार्डधारियों का पूर्व में ही आधार सीडिंग किया जा चुका है, लेकिन ई-केवाईसी अब भी बड़ी संख्या में लंबित है।
फर्जी जॉब कार्ड पर लगेगी रोक
ई-केवाईसी लागू होने से फर्जी जॉब कार्डधारियों की पहचान की जा सकेगी और उनके नाम पर होने वाले अवैध भुगतान पर रोक लगेगी। इससे वास्तविक मजदूरों को ही काम मिलने की गारंटी होगी और मजदूरी भुगतान भी समय पर हो सकेगा। साथ ही सरकारी राशि का दुरुपयोग भी रुकेगा।
आवास योजना के लाभ से भी हो सकते हैं वंचित
मनरेगा ई-केवाईसी का असर अन्य सरकारी योजनाओं पर भी पड़ेगा। अधिकारियों के अनुसार सरकारी आवास योजना का लाभ लेने वाले लाभुकों को भी जॉब कार्ड दिया जाता है और आवास निर्माण के दौरान स्वयं मजदूरी करने पर उन्हें भुगतान किया जाता है। ऐसे में जिन जॉब कार्डधारियों का ई-केवाईसी नहीं होगा, वे आवास योजना के लाभ से भी वंचित हो सकते हैं।
खुद भी करा सकते हैं ई-केवाईसी
मनरेगा विभाग ने स्पष्ट किया है कि जॉब कार्डधारी मजदूर अपने मोबाइल फोन के माध्यम से भी ई-केवाईसी करा सकते हैं। इसके अलावा नजदीकी साइबर कैफे जाकर या एनएमएमएस (NMMS) ऐप के माध्यम से भी ई-केवाईसी कराई जा सकती है। वहीं, पंचायत स्तर पर तैनात मनरेगा कर्मी भी मजदूरों की सुविधा के लिए ई-केवाईसी कर रहे हैं।
क्या बोले अधिकारी
मनरेगा के एनईपी निदेशक पूजा कुमारी और जिला कार्यक्रम पदाधिकारी बिट्टू सिंह ने बताया कि विभागीय निर्देश के आलोक में जिलेभर में ई-केवाईसी अभियान लगातार चलाया जा रहा है। हर दिन पंचायतों में शिविर लगाकर जॉब कार्डधारियों का ई-केवाईसी कराया जा रहा है। अधिकारियों ने कहा कि यह प्रक्रिया जॉब कार्डधारियों के भविष्य और योजनाओं के लाभ को सुनिश्चित करने के लिए अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने जॉब कार्डधारी मजदूरों से अपील की है कि वे समय रहते अपना ई-केवाईसी अवश्य करा लें, ताकि मनरेगा सहित अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ बिना किसी बाधा के मिलता रहे।
अजय शास्त्री की रिपोर्ट

















