पटना।
बिहार स्वास्थ्य विभाग ने एक बड़ा प्रशासनिक कदम उठाते हुए 1,222 चिकित्सक और चिकित्सक शिक्षकों को एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन (ACP) तथा डायनेमिक एश्योर्ड करियर प्रोग्रेशन (DACP) स्कीम के तहत प्रोन्नति प्रदान करने का आदेश जारी किया है। यह निर्णय सोमवार 16 दिसंबर 2025 को विभाग की वेबसाइट पर प्रकाशित अधिसूचना के माध्यम से जारी कर दिया गया है।
स्वास्थ्य विभाग ने बताया कि यह प्रोन्नति उन डॉक्टरों व चिकित्सक शिक्षकों को उनकी सेवा अवधि के आधार पर दी गई है, जो विभागीय मानदंडों को पूरा करते हैं। इससे पहले लंबी अवधि तक प्रोन्नति के लाभ न मिलने को लेकर चिकित्सकों के बीच नाराज़गी रही थी, लेकिन अब यह बड़े पैमाने पर लागू कर दिया गया है।
ACP और DACP क्या होता है?
- ACP (Assured Career Progression): यह सेवा अवधि के आधार पर चिकित्सा कर्मचारियों को निश्चित वेतन स्तर और ग्रेड देने वाली प्रोन्नति योजना है।
- DACP (Dynamic Assured Career Progression): यह ACP का एक उन्नत रूप है जिसमें सेवा अवधि के साथ-साथ और भी कई मानदंडों के आधार पर बेहतर वेतन स्तर और करियर ग्रेड प्रदान किए जाते हैं।
इन दोनों योजनाओं का उद्देश्य स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टर्स की उच्चतम सेवा धारिता, न्यायसंगत वेतन वृद्धि और करियर ग्रोथ सुनिश्चित करना है।
प्रमोशन में कितने डॉक्टर शामिल?
स्वास्थ्य विभाग की अधिसूचना के अनुसार कुल 1,222 चिकित्सक/चिकित्सक शिक्षकों को ACP and DACP के तहत लाभ दिया गया है:
- 610 डॉक्टरों को लेवल-11 (ग्रेड पे ₹6,600)
- 410 को लेवल-12 (ग्रेड पे ₹7,600)
- 131 को लेवल-13 (ग्रेड पे ₹8,700)
- 71 को लेवल-14 (ग्रेड पे ₹10,000)
वहीं, 203 डॉक्टर/चिकित्सक शिक्षकों के आवेदन कुछ अस्वीकृत कारणों से खारिज कर दिए गए हैं, जिनके संबंध में भी विभाग की वेबसाइट पर स्प्ष्ट विवरण जारी किया गया है।
प्रक्रिया और पृष्ठभूमि
यह निर्णय 28 नवंबर 2025 को राज्य विकास आयुक्त की अध्यक्षता में हुई एक बैठक में लिया गया था, जिसमें स्वास्थ्य विभाग के नियमित चिकित्सकों और चिकित्सक शिक्षकों को ACP/DACP के तहत प्रोन्नति देने पर सर्वसम्मति बनी थी। इसके आधार पर ही यह अधिसूचना जारी की गई है और सूची सार्वजनिक कर दी गई है।
असर और महत्व
डॉक्टरों को ACP और DACP का लाभ मिलने से:
➡️ करियर ग्रोथ और वेतन में वृद्धि होगी।
➡️ सेवाकाल के आधार पर स्थिरता और संतुष्टि बढ़ेगी।
➡️ स्वास्थ्य विभाग में डॉक्टरों की कार्यसंस्था और मनोबल को मजबूती मिलेगी।
स्वास्थ्य विभाग की यह प्रोन्नति योजना डॉक्टरों के लंबे समय से चली आ रही मांगों को पूरा करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी जा रही है।





















