सेंटर फॉर रीडरशिप डेवलपमेंट (सीआरडी) द्वारा आयोजित पटना का प्रतिष्ठित पटना पुस्तक मेला अपने 41वें संस्करण के साथ इस वर्ष और भी भव्य रूप में प्रस्तुत होने जा रहा है। मेला 5 से 16 दिसंबर 2025 तक गांधी मैदान, पटना में आयोजित किया जाएगा। इस बार का पुस्तक मेला देश के चर्चित कथाकार अवधेश प्रीत को समर्पित होगा। इस महत्वपूर्ण आयोजन की घोषणा सीआरडी पटना पुस्तक मेला के अध्यक्ष एवं साहित्यकार रत्नेश्वर ने की।
‘वेलनेस—अ वे ऑफ लाइफ’ थीम पर राष्ट्रीय कार्यक्रम
इस वर्ष पटना पुस्तक मेले की थीम ‘वेलनेस—अ वे ऑफ लाइफ’ रखी गई है। इसी थीम पर आधारित राष्ट्रीय कार्यक्रम स्वास्थ्य-संवाद मेले का प्रमुख आकर्षण होगा। इसका संयोजन प्रसिद्ध चिकित्सा विशेषज्ञ डॉ. विकास शंकर करेंगे तथा देश के कई प्रमुख डॉक्टर इसमें भाग लेंगे। स्वास्थ्य, जीवनशैली और मानसिक संतुलन से जुड़े मुद्दों पर विशेषज्ञों की खुली चर्चा इस कार्यक्रम में होगी।
शशिभूषण द्विवेदी सम्मान का होगा वितरण
मेले में चर्चित संपादक प्रभात रंजन के संयोजन में ‘जानकीपुल’ द्वारा प्रदत्त प्रतिष्ठित शशिभूषण द्विवेदी सम्मान प्रदान किया जाएगा। यह सम्मान 51 हजार रुपये की राशि के साथ दिया जाता है और साहित्य जगत में इसे महत्वपूर्ण उपलब्धि माना जाता है।
पटना लिटरेरी फेस्टिवल और पुस्तक मेला मिलकर आयोजित करेंगे राष्ट्रीय मुशायरा
इस वर्ष साहित्य प्रेमियों के लिए एक और खास कार्यक्रम जोड़ा गया है। पटना लिटरेरी फेस्टिवल और सीआरडी पुस्तक मेला मिलकर एक भव्य राष्ट्रीय मुशायरा आयोजित करेंगे। देश के शीर्ष शायर, कवि और उर्दू साहित्य की नामचीन हस्तियाँ इसमें शिरकत करेंगी।
सिनेमा-उनेमा फिल्म फेस्टिवल के लिए अलग हॉल
पुस्तक मेला इस बार फिल्म प्रेमियों को भी एक अलग अनुभव प्रदान करेगा। सिनेमा-उनेमा फिल्म फेस्टिवल के लिए गांधी मैदान परिसर में ही एक अलग सिनेमा हॉल का निर्माण किया जाएगा, जहाँ फिल्मों की स्क्रीनिंग और चर्चाएँ होंगी।
जयप्रकाश के संयोजन में ‘जनसंवाद’ भी होगा प्रमुख आकर्षण
चर्चित संचार विशेषज्ञ जयप्रकाश के संयोजन में आयोजित होने वाला ‘जनसंवाद’ कार्यक्रम भी मेले का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होगा। इसमें सामाजिक मुद्दों, साहित्य, पत्रकारिता और शिक्षा से जुड़े विषयों पर खुली चर्चा होगी।
200 से अधिक स्टॉल, देश के प्रमुख प्रकाशकों की भागीदारी
सीआरडी ने बताया कि इस बार मेले में कुल 200 स्टॉल लगाए जाएंगे। इसमें देश के लगभग सभी प्रमुख प्रकाशक शामिल होंगे, जिनमें शामिल हैं—
प्रभात प्रकाशन, राजकमल प्रकाशन, वाणी प्रकाशन, भारतीय ज्ञानपीठ, उपकार प्रकाशन, प्रकाशन संस्थान, दिनकर पुस्तकालय, सेतु प्रकाशन, सम्यक प्रकाशन, ओसवाल बुक्स एंड लर्निंग, ओसवाल प्रिंटर्स, खन्ना पब्लिशर्स, मंजुल प्रकाशन, दिव्यांश पब्लिकेशंस, हिन्द युग्म, साहित्य अकादेमी, बहाई पब्लिकेशन, जनचेतना, अहमदिया मुस्लिम जमात, उपहार, एनसीपीयूएल आदि।
साहित्य, कला, स्वास्थ्य और सृजनात्मकता का संगम
पटना पुस्तक मेला 2025 एक ऐसा आयोजन साबित होने जा रहा है जो साहित्य, स्वास्थ्य, कला और संस्कृति का अनोखा संगम प्रस्तुत करेगा। हर आयु वर्ग के लिए विशेष कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है, जिससे यह पुस्तक उत्सव न केवल साहित्य प्रेमियों, बल्कि आम लोगों के लिए भी यादगार बनेगा।

















