बिहार की राजनीति में वर्षों से एक केंद्रीय धुरी रहे लालू प्रसाद यादव के परिवार में मतभेद की खबरें एक बार फिर सुर्खियों में हैं। तेज प्रताप यादव के परिवार से अलग-थलग पड़ने के संकेतों के बाद अब उनकी बहन रोहिणी आचार्य के एक कथित सोशल मीडिया पोस्ट ने राजनीतिक हलकों में नई हलचल पैदा कर दी है।
बिहार विधानसभा चुनाव में राजद को मिली करारी हार के बाद से परिवार के भीतर बढ़ती दूरी को लेकर चर्चा लगातार तेज हो रही है। चुनाव प्रचार के लिए सिंगापुर से बिहार आईं रोहिणी अब राजनीति छोड़ने और परिवार से दूरी बनाने की बात कर रही हैं—कम से कम सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे कथित ट्वीट में यही दावा किया जा रहा है।
इस वायरल पोस्ट में रोहिणी आचार्य के हवाले से लिखा है—
“I’m quitting politics and I’m disowning my family … This is what Sanjay Yadav and Rameez had asked me to do … and I’m taking all the blame’s.”
हिंदी अनुवाद:
“मैं राजनीति छोड़ रही हूँ और अपने परिवार से संबंध विच्छेद कर रही हूँ… संजय यादव और रमीज ने मुझे यही करने के लिए कहा था… और मैं सारा दोष अपने ऊपर ले रही हूँ।”
अटकलों का बाजार गर्म
इस कथित बयान ने लालू परिवार के भीतर बढ़ते अंतर्विरोधों पर एक बार फिर सवाल खड़े कर दिए हैं। खास बात यह है कि जिस संजय यादव का नाम रोहिणी ने लिया है, वह लंबे समय से आरजेडी के भीतर एक प्रभावशाली रणनीतिकार माने जाते हैं। वहीं, तेज प्रताप यादव कई मौकों पर उन्हें ‘जयचंद’ कहकर निशाना साधते रहे हैं।
चुनाव में अपेक्षा से कम प्रदर्शन के बाद पार्टी और परिवार, दोनों स्तरों पर बढ़ते तनाव को इस कथित पोस्ट से जोड़कर देखा जा रहा है। राजनीतिक गलियारों में इसे राजद की अंदरूनी राजनीति के संकेत के रूप में भी समझा जा रहा है।
आधिकारिक पुष्टि का अभाव
हालांकि, यह बेहद महत्वपूर्ण है कि रोहिणी आचार्य के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल से इस कथित ट्वीट की अभी तक कोई पुष्टि नहीं हुई है। न ही उन्होंने और न ही आरजेडी की ओर से इस संबंध में कोई आधिकारिक बयान सामने आया है।
जब तक पार्टी या रोहिणी स्वयं इस विषय पर स्पष्ट प्रतिक्रिया नहीं देतीं, तब तक इस दावे को केवल सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे एक अपुष्ट और संदिग्ध पोस्ट के रूप में ही देखा जाना चाहिए।















