बेगूसराय में सरकारी स्कूल के एक शिक्षक पर गंभीर आरोप लगने से पूरे क्षेत्र में तनाव और आक्रोश का माहौल पैदा हो गया है। सरकारी स्कूल के प्रभारी हेडमास्टर अनिल कुमार अनल पर कई छात्राओं ने छेड़खानी और आपत्तिजनक हरकत करने का आरोप लगाया है। जानकारी मिलते ही ग्रामीण बड़ी संख्या में स्कूल परिसर में जुट गए और जोरदार प्रदर्शन किया।
12 छात्राओं ने लगाए गंभीर आरोप
स्थानीय लोगों के मुताबिक, लगभग 12 छात्राओं ने हेडमास्टर पर लंबे समय से गलत तरीके से छूने, आपत्तिजनक बातें करने और अकेले में बुलाने जैसे आरोप लगाए हैं। छात्राओं ने ग्रामीणों को बताया कि वे काफी दिनों से सहन कर रही थीं, लेकिन शिक्षक की हरकतें बढ़ती जा रही थीं।
परिजनों ने बताया कि बच्चों ने डर के कारण पहले शिकायत नहीं की, लेकिन जब मामला हाथ से बाहर जाने लगा, तब उन्होंने ग्रामीणों को सारी बात बताई।
ग्रामीणों का गुस्सा फूटा, स्कूल में हंगामा
घटना की खबर मिलते ही बड़ी संख्या में ग्रामीण स्कूल पहुंच गए। लोगों ने आरोपी शिक्षक के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा शुरू कर दिया। माहौल तनावपूर्ण हो गया और स्थानीय प्रशासन को इसकी सूचना दी गई।
ग्रामीणों का कहना है:
“यह स्कूल हमारे बच्चों के भविष्य की जगह है, और यहां हेडमास्टर ही गलत हरकत करेगा तो सुरक्षा कहां बचेगी? हम सख्त कार्रवाई चाहते हैं।”
स्कूल में अफरा-तफरी, प्रशासन मौके पर
हंगामे की सूचना पर पुलिस व शिक्षा विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे। पुलिस ने छात्राओं के बयान दर्ज किए और मामले की जांच शुरू कर दी है।
सूत्रों के अनुसार,
आरोपी हेडमास्टर से पूछताछ की जा रही है
छात्राओं के बयान लिखे जा रहे हैं
स्कूल के अन्य शिक्षकों और ग्रामीणों से भी जानकारी ली जा रही है
पुलिस ने आश्वासन दिया है कि आरोप गंभीर हैं और कार्रवाई तथ्यों और सबूतों के आधार पर की जाएगी।
स्थानीय लोगों का आरोप—“मामला दबाया जा रहा था”
कई ग्रामीणों ने दावा किया है कि स्कूल स्टाफ के बीच यह बातें पहले से चर्चा में थीं, लेकिन किसी ने खुलकर कदम नहीं उठाया। कुछ लोगों ने आरोप लगाया कि स्कूल प्रशासन इस मुद्दे को दबाने की कोशिश कर रहा था।
परिवारों में दहशत, बच्चियों का स्कूल जाना बंद
घटना के बाद कई छात्राओं के परिवार बेहद सदमे में हैं। कई अभिभावकों ने फिलहाल अपनी बेटियों का स्कूल जाना रोक दिया है और कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
जांच के बाद होगी आगे की कार्रवाई
पुलिस का कहना है कि मामला बेहद संवेदनशील है और छात्राओं के बयान के आधार पर आगे की कार्रवाई तय की जाएगी। शिक्षा विभाग भी इस मामले में आंतरिक जांच शुरू कर चुका है।
अजय शास्त्री की रिपोर्ट

















