भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने बिहार में आने वाले दिनों के लिए सर्दी बढ़ने का संकेत दे दिया है। विभाग के ताज़ा बुलेटिन के अनुसार, अगले 2–3 दिनों के दौरान राज्य के अधिकांश जिलों में न्यूनतम तापमान में 2–4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। तापमान में यह बदलाव बिहार में ठंड के शुरुआती दौर, कनकनी और शीतलहर जैसी स्थितियों की दस्तक माना जा रहा है।
अगले हफ्ते 12 डिग्री तक जा सकता है पारा
IMD ने बताया कि कुछ जिलों में न्यूनतम तापमान अगले हफ़्ते 12 डिग्री सेल्सियस तक गिर सकता है, जिससे सुबह और रात में ठिठुरन बढ़ने की प्रबल संभावना है। सर्दी का यह शुरुआती चरण आने वाले दिनों में और तेज़ हो सकता है।
इन जिलों में सबसे ज्यादा गिरावट का अनुमान
अनुमान के मुताबिक, तापमान में गिरावट सेंट्रल और ईस्टर्न बिहार में अधिक देखने को मिल सकती है।
14–16°C तक गिर सकता है न्यूनतम तापमान (सेंट्रल व ईस्ट बिहार)
सीतामढ़ी
मधुबनी
मुजफ्फरपुर
गया
पूर्णिया
जमुई
यहां तापमान 16–18 डिग्री से गिरकर 14–16 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है।
12–14°C तक रह सकता है तापमान (वेस्ट बिहार)
वेस्ट चंपारण
ईस्ट चंपारण
गोपालगंज
बक्सर
भोजपुर
रोहतास
इन जिलों में रात का पारा 12–14 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है।
राज्य में शुष्क रहा मौसम
पिछले 24 घंटों में बिहार भर में मौसम शुष्क रहा और कहीं भी वर्षा नहीं हुई।
अररिया के फोरबिसगंज में अधिकतम तापमान 30.4°C
गया में न्यूनतम तापमान 13.2°C दर्ज हुआ
पूर्णिया में कोहरे के कारण सुबह विज़िबिलिटी 800 मीटर तक सीमित रही
IMD के अनुसार अगले सप्ताह भी मौसम शुष्क रहने का अनुमान है।
अधिकतम तापमान में नहीं होगा बड़ा बदलाव
मौसम विभाग ने बताया कि अगले 3–4 दिनों में अधिकतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है। दिन का तापमान अभी भी आरामदायक स्तर पर बना रहेगा। हालांकि, रात के तापमान में गिरावट से सर्दी का असर बढ़ेगा।
बुजुर्ग और बच्चों को विशेष सावधानी की सलाह
IMD ने खासकर
बुजुर्गों
बच्चों
बीमार व्यक्तियों
को ठंड से बचाव के लिए अतिरिक्त सावधानी बरतने की सलाह दी है। देर रात और सुबह के समय गर्म कपड़े पहनने और अनावश्यक रूप से बाहर निकलने से बचने की अपील की गई है।
सावधानी बरतें, मौसम बदल रहा है
विभाग ने कहा कि आने वाले दिनों में तापमान में तेजी से आए बदलाव के कारण लोगों को ठंड के प्रति सतर्क रहने की जरूरत है। शुरुआती गिरावट के बाद न्यूनतम तापमान के स्थिर होने की संभावना भी जताई गई है।















