बिहार के भागलपुर जिले में अडाणी पावर लिमिटेड द्वारा पीरपैंती प्रखंड में 800–800 मेगावाट की तीन पावर यूनिटों वाले मेगा पावर प्लांट के निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है। इसी बीच अब कंपनी ने परियोजना से जुड़े अधिकारियों और विशेषज्ञ टीमों की आवाजाही को आसान बनाने के लिए एक हवाई पट्टी (एयर स्ट्रिप) के निर्माण की औपचारिक मांग जिला प्रशासन से की है।
100 मीटर चौड़ी व 2,000 मीटर लंबी हवाई पट्टी की मांग
अडाणी पावर लिमिटेड ने भागलपुर जिला प्रशासन को पत्र लिखकर कहा है कि पावर प्लांट साइट तक पहुंचने के रास्ते कठिन होने के कारण अधिकारियों और कर्मचारियों को नियमित परेशानी झेलनी पड़ती है।
कंपनी ने लिखा है कि—
क्षेत्र में कोई एयर स्ट्रिप उपलब्ध नहीं है,
इसलिए करीब 100 मीटर चौड़ी और 2,000 मीटर लंबी जमीन उपलब्ध कराई जाए,
ताकि एक समुचित हवाई पट्टी विकसित की जा सके।
कंपनी द्वारा पहचानी गई जमीन कहलगांव और पीरपैंती के बीच स्थित बताई जा रही है। प्रशासन ने इस प्रस्ताव को संज्ञान में लेते हुए प्रक्रिया शुरू कर दी है।
डीएम ने एसडीओ को दिए निर्देश
भागलपुर के जिलाधिकारी नवल किशोर चौधरी ने बताया कि प्रस्ताव प्राप्त होने के बाद इसे आगे बढ़ाते हुए कहलगांव के एसडीओ और संबंधित सीओ को राजस्व सर्वे और अन्य तकनीकी मूल्यांकन करने के निर्देश दिए गए हैं।
राजस्व विभाग जल्द ही चयनित भूखंड का विस्तृत सर्वे करेगा, जिसकी रिपोर्ट के आधार पर आगे की कार्रवाई होगी।
साथ ही कंपनी ने राज्य सरकार के पास भी औपचारिक अनुमति प्रक्रिया शुरू कर दी है।
पावर प्लांट निर्माण कार्य में तेजी
पीरपैंती में प्रस्तावित लगभग 2,400 मेगावाट क्षमता वाले इस पावर प्लांट के लिए तकनीकी विशेषज्ञों का लगातार आना-जाना जारी है।
प्रशासनिक स्तर पर—
भूमि चिह्नित करने,
पर्यावरणीय मूल्यांकन,
आवश्यक अनुमतियों
की प्रक्रिया तेजी से आगे बढ़ रही है।
आने वाले महीनों में परियोजना से जुड़े कई महत्वपूर्ण औपचारिक कदम पूरे होने की उम्मीद है।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार और विकास के अवसर
कहलगांव–पीरपैंती क्षेत्र में पावर प्लांट और प्रस्तावित एयर स्ट्रिप दोनों ही विकास के बड़े संकेत माने जा रहे हैं।
स्थानीय लोग मानते हैं कि—
परियोजना से हजारों युवाओं को प्रत्यक्ष व परोक्ष रोजगार मिलेगा,
क्षेत्र में औद्योगिक निवेश बढ़ेगा,
सड़क, बिजली, परिवहन और अन्य बुनियादी ढांचे का तेजी से विस्तार होगा।
क्षेत्र बनेगा औद्योगिक हब
अडाणी पावर प्रोजेक्ट और हवाई पट्टी निर्माण की संभावनाओं के साथ यह क्षेत्र अब तेजी से बिहार के उभरते औद्योगिक नक्शे पर प्रमुख स्थान लेने की ओर बढ़ रहा है।
जिला प्रशासन के अनुसार अंतिम निर्णय सर्वे रिपोर्ट आने के बाद ही लिया जाएगा।















