बेगूसराय, बिहार:
कल उलाव हवाई अड्डे पर आयोजित विशाल जनसभा में देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने महान स्वतंत्रता सेनानी, अखंड बिहार के प्रधानमंत्री एवं प्रथम मुख्यमंत्री “बिहार केसरी” डॉ. श्रीकृष्ण सिंह “श्रीबाबू” को श्रद्धापूर्वक नमन किया।

प्रधानमंत्री मोदी ने गर्व के साथ कहा कि श्रीबाबू के प्रयासों से बेगूसराय में हजारों लोगों को रोजगार मिला और बिहार औद्योगिक रूप से आत्मनिर्भर बनने की दिशा में अग्रसर हुआ। उन्होंने यह भी बताया कि कुछ कारणों से बंद हुई फैक्ट्रियों को उनकी सरकार ने पुनर्जीवित किया और उनका क्षमता विस्तार (capacity expansion) किया। प्रधानमंत्री ने बेगूसराय में प्रस्तावित पेट्रोकेमिकल परियोजना का भी उल्लेख किया, जो दशकों से अपेक्षित थी और अब उनकी सरकार के प्रयास से साकार हो रही है।
प्रधानमंत्री ने उपस्थित लाखों की भीड़ तथा टेलीविजन और सोशल मीडिया के माध्यम से लाइव देख रहे करोड़ों दर्शकों को स्मरण कराया कि “बिहार केसरी” श्रीबाबू ने बेगूसराय में आधारभूत संरचना और विशाल उद्योगों की स्थापना कर इसे न केवल औद्योगिक पहचान दी, बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी प्रतिष्ठित किया। यही कारण है कि बेगूसराय आज भी गर्व से “बिहार की औद्योगिक राजधानी” के रूप में जाना जाता है।
गढ़पूरा नमक सत्याग्रह गौरव यात्रा समिति माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करती है कि उन्होंने अपने हर संबोधन में श्रीबाबू के अविस्मरणीय योगदान को आदरपूर्वक स्मरण किया। समिति प्रधानमंत्री से आग्रह करती है कि डॉ. श्रीकृष्ण सिंह “श्रीबाबू” को “भारत रत्न” सम्मान से सम्मानित किया जाए, ताकि उनके ऐतिहासिक योगदान को राष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिले।
साथ ही समिति बेगूसराय जिले के सभी उम्मीदवारों, जनप्रतिनिधियों, राजनीतिक दलों और कार्यकर्ताओं से विनम्र अनुरोध करती है कि वे श्रीबाबू के विचार, संस्कार और आदर्शों को अपने जीवन व कर्म में यथासंभव आत्मसात करने का प्रयास करें। उनके आदर्शों, दूरदर्शिता, कुशल नेतृत्व, ईमानदारी, संघर्ष, त्याग, बलिदान, सेवा और उपलब्धियों को सम्मान दें, ताकि वर्तमान और आने वाली पीढ़ियां उनसे प्रेरणा ले सकें।
अजय शास्त्री -संवाददाता















