बिहार में नई सरकार के गठन की प्रक्रिया तेज़ी से आगे बढ़ रही है। इसी कड़ी में सोमवार को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान पहुंचकर आगामी 20 नवंबर को होने वाले शपथ ग्रहण समारोह की तैयारियों का विस्तृत निरीक्षण किया। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को सभी व्यवस्थाओं को समय पर और बेहतर तरीके से पूरा करने का निर्देश दिया।
सुरक्षा से लेकर मंच तक, सभी तैयारियों की समीक्षा
निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री ने
वीआईपी प्रवेश मार्ग
सुरक्षा व्यवस्था
मंच निर्माण
बैठने की व्यवस्था
पार्किंग ज़ोन
मीडिया कवरेज पॉइंट
जैसे सभी महत्वपूर्ण बिंदुओं का जायजा लिया। नीतीश कुमार ने मौके पर मौजूद अधिकारियों को साफ निर्देश दिया कि शपथ ग्रहण समारोह किसी भी तरह की कमी के बिना सफलतापूर्वक संपन्न होना चाहिए।
उप मुख्यमंत्री और बीजेपी नेताओं ने किया साथ
मुख्यमंत्री के साथ उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी, बिहार बीजेपी प्रभारी विनोद तावड़े, वरिष्ठ नेता नितिन नवीन और संजय सरावगी भी मौजूद रहे। इन नेताओं ने भी कार्यक्रम स्थल का निरीक्षण किया और तैयारियों के बारे में जानकारी ली।
वरिष्ठ अधिकारियों ने दिया विस्तृत ब्यौरा
प्रशासन की ओर से पथ निर्माण विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत, पटना के जिलाधिकारी (DM), पुलिस अधिकारियों और कई अन्य वरीय पदाधिकारियों ने मुख्यमंत्री को तैयारियों की प्रगति से अवगत कराया।
अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर विशेष प्लान तैयार किया गया है और कार्यक्रम स्थल को उच्च स्तरीय सुरक्षा घेरा प्रदान किया जाएगा।
गांधी मैदान में ही होगा शपथ ग्रहण समारोह
मुख्यमंत्री के दौरे के बाद यह स्पष्ट हो गया कि शपथ ग्रहण का मुख्य कार्यक्रम गांधी मैदान, पटना में ही आयोजित किया जाएगा। कार्यक्रम की अंतिम रूपरेखा लगभग तैयार है, और सभी विभागों को समय पर तैयारी पूरी करने के निर्देश दिए जा चुके हैं।
पीएम मोदी सहित कई राज्यों के मुख्यमंत्री होंगे शामिल
सूत्रों के अनुसार, 20 नवंबर के शपथ ग्रहण समारोह में देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल होंगे। इसके अलावा केंद्र सरकार के कई कैबिनेट मंत्रियों और लगभग एक दर्जन राज्यों के मुख्यमंत्री के शामिल होने की संभावना जताई जा रही है।
इतने बड़े पैमाने पर होने वाले इस आयोजन को देखते हुए प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ तैयारियों में जुटा हुआ है।
बिहार की नई सरकार पर सबकी निगाहें
बिहार की नई सरकार के गठन को लेकर प्रदेश ही नहीं, राष्ट्रीय स्तर पर भी उत्सुकता बनी हुई है। शपथ ग्रहण समारोह के माध्यम से नई राजनीतिक पारी की शुरुआत होगी, और इसी वजह से यह कार्यक्रम राजनीतिक रूप से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।















