गढ़पुरा प्रखंड के मोरकाही ग्राम में बुधवार को गायत्री परिवार के तत्वावधान में एक भव्य गायत्री महायज्ञ का आयोजन किया गया। इस आध्यात्मिक अनुष्ठान में क्षेत्र के विभिन्न गांवों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल हुए। पूरे इलाके में वैदिक मंत्रोच्चार और ‘यज्ञो वै श्रेष्ठतमं कर्म’ की भावना गूंजती रही।
कार्यक्रम की शुरुआत सैकड़ों कन्याओं की भव्य कलश एवं शोभायात्रा से हुई। पारंपरिक परिधानों में सजी कन्याओं ने मंगल कलश लेकर पूरे गांव में शोभायात्रा निकाली। ढोल-नगाड़ों, शंखध्वनि और वैदिक मंत्रों के साथ निकली यह यात्रा ग्रामीणों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी रही और भारतीय सांस्कृतिक परंपरा की सुंदर झलक प्रस्तुत की।
कलश यात्रा का नेतृत्व समाजसेवी सुशील सिघानिया, शंभू कुमार, संजीव चौधरी, बिनोद यादव सहित गायत्री परिवार के स्थानीय पदाधिकारियों ने किया। शोभायात्रा दूनाही से प्रारंभ होकर भांसी, कुम्हारसो, मोरकाही एवं अचीवर्ष स्कूल होते हुए यज्ञ स्थल पर पहुंचकर संपन्न हुई।
यज्ञ स्थल पर पहुंचने के बाद ब्रह्मवर्चसियों द्वारा विधिवत यज्ञ-हवन एवं प्रवचन आयोजित किए गए। प्रवचन में मानव कल्याण, नैतिक उत्थान, संस्कार निर्माण और सामाजिक समरसता पर विशेष जोर दिया गया। श्रद्धालुओं ने यज्ञ में आहुतियां देकर परिवार, समाज और राष्ट्र की सुख-शांति और समृद्धि की कामना की।
इस आयोजन में गढ़पुरा प्रखंड सहित आसपास के गांवों से पहुंचे ग्रामीणों की उल्लेखनीय भागीदारी रही। महायज्ञ को सफल बनाने में गायत्री परिवार के सदस्यों तथा स्थानीय युवाओं की भूमिका सराहनीय रही। पूरे क्षेत्र में आध्यात्मिक उल्लास, शांति और सांस्कृतिक एकता का वातावरण देखने को मिला।
रामसेवक स्वामी की रिपोर्ट





















