जी.डी. कॉलेज में आयोजित राष्ट्रीय सेवा योजना (NSS) के सात दिवसीय विशेष शिविर का तीसरा दिन रचनात्मकता, सीख और सामाजिक जिम्मेदारी का प्रेरक अध्याय बन गया। इस दिन की सभी गतिविधियों ने विद्यार्थियों में सेवा भावना, टीमवर्क, अनुशासन और संवेदनशीलता के नए आयाम जोड़े।
यूनिट–1 की कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. सहर अफ़रोज़ ने बताया कि दिन की शुरुआत मेहंदी प्रतियोगिता से हुई, जिसमें छात्राओं ने परंपरा और कला का सुंदर संगम प्रस्तुत किया। बारीक डिजाइनों, सुंदर पैटर्न और आकर्षक कलात्मक अभिव्यक्ति ने सभी को प्रभावित किया। यह प्रतियोगिता न सिर्फ कला प्रदर्शन का मंच बनी, बल्कि भारतीय सांस्कृतिक सौंदर्य को भी जीवंत कर गई।
इसके बाद आयोजित फर्स्ट एड बॉक्स निर्माण गतिविधि ने स्वयंसेवकों में प्राथमिक उपचार को लेकर जागरूकता बढ़ाई। उन्होंने आवश्यक प्राथमिक उपचार सामग्री का चयन कर सुव्यवस्थित फर्स्ट एड बॉक्स तैयार किए, जो आपात स्थितियों में त्वरित सहायता की समझ विकसित करने में बेहद महत्वपूर्ण रहा।
यूनिट–2 के कार्यक्रम पदाधिकारी दिनेश कुमार ने बताया कि दिन का मुख्य आकर्षण पोस्टर मेकिंग प्रतियोगिता रही। इसमें प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण, नशा मुक्ति, स्वच्छ भारत अभियान, महिला सुरक्षा जैसे महत्वपूर्ण विषयों को अपनी कल्पनाशीलता और रंगों के माध्यम से सार्थक संदेशों में ढाला।
इसके अतिरिक्त कविता पाठ प्रतियोगिता ने पूरे वातावरण को साहित्यिक भावनाओं से भर दिया। युवा स्वयंसेवकों ने समाज, राष्ट्र, मानवीय संवेदना, युवा शक्ति और सामाजिक परिवर्तन जैसे विषयों पर प्रभावशाली कविताएँ प्रस्तुत कीं, जिन्होंने श्रोताओं को प्रेरित किया।
स्वयंसेवक सुमित कुमार ने कहा कि एनएसएस शिविर छात्रों में सेवा भावना, कौशल विकास, रचनात्मकता और सामाजिक जागरूकता का अद्भुत संगम है, जो उन्हें बेहतर नागरिक बनने की दिशा में आगे बढ़ाता है।
तीसरे दिन की हर गतिविधि ने विद्यार्थियों के व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव के साथ समाज के प्रति उनकी संवेदनशील सोच को भी मजबूत किया। स्वयंसेवकों का उत्साह, उनकी सक्रिय भागीदारी और सीखने की लगन इस दिन को विशेष और यादगार बनाती रही।
इस अवसर पर राजन, सुमित कुमार, अजित कुमार, सूरज, लक्की, खुशी, विक्रम राठौर, नीतीश कुमार, प्रिंस केशरी, उज्ज्वल, मनीषा कुमारी, कोमल, फलक, याशमीन, सफक इरशाद, शुभ्रा लक्ष्मी, अभिनव, सचिन, गुलशन, नवीन, मिथलेश, विवेक सहित अन्य स्वयंसेवक उपस्थित रहे।

















