खगड़िया, नगर संवाददाता।
शहर में वेडिंग जोन (Vending Zone) बनाने की योजना वर्षों से अधर में लटकी हुई है। फुटकर व्यवसायियों को व्यवस्थित स्थान देने और शहर की जाम की समस्या का समाधान निकालने के उद्देश्य से नगर परिषद ने वेडिंग जोन निर्माण की प्रक्रिया शुरू की थी, लेकिन चिन्हित जमीन पर अतिक्रमण के कारण यह योजना अभी तक शुरू ही नहीं हो सकी। नतीजतन शहर में जाम की समस्या दिन-प्रतिदिन गंभीर होती जा रही है।
टेंडर प्रक्रिया पूरी, लेकिन जमीन अतिक्रमित मिली
करीब एक वर्ष पहले तत्कालीन डीएम के निर्देश पर वेडिंग जोन बनाने के लिए सब्जी मंडी के बगल में जमीन चिन्हित की गई थी। इसके लिए 1 करोड़ 7 लाख रुपये की स्वीकृति भी मिली और टेंडर प्रक्रिया भी पूरी कर ली गई।
योजना के अनुसार स्टेशन चौक, सब्जी मंडी और शहर के अन्य भीड़-भाड़ वाले इलाकों से फुटकर दुकानदारों को स्थानांतरित कर शेडयुक्त वेडिंग जोन में बसाया जाना था, ताकि दुकानदारों को धूप–बारिश से राहत मिले और शहर को जाम से मुक्ति मिले।
लेकिन कार्यारंभ होने से पहले ही बड़ा विवाद सामने आ गया—चिन्हित जमीन अतिक्रमण की चपेट में पाई गई। नगर परिषद ने अंचल कार्यालय से कई बार पत्राचार किया, पर अतिक्रमण हटाने की दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया।
नगर परिषद का डीएम से कार्रवाई का आग्रह
नगर सभापति अर्चना कुमारी ने भी डीएम को पत्र लिखकर अतिक्रमण हटाने और भूमि का स्पष्ट हस्तांतरण करने की मांग की है। उन्होंने कहा कि यदि आवश्यकता हो तो वेडिंग जोन के लिए वैकल्पिक स्थल भी चुना जाए, ताकि 2022 में स्वीकृत योजना शीघ्र लागू हो सके।
उनका कहना है कि वेडिंग जोन बनने से न सिर्फ सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियंत्रण में सुधार होगा, बल्कि स्थानीय व्यापारियों को भी नियमित और सुरक्षित जगह मिल सकेगी।
शहर में जाम की समस्या बढ़ी
वेंडिंग जोन न बनने का सीधा असर शहर की ट्रैफिक व्यवस्था पर दिख रहा है।
राजेंद्र चौक से लेकर मील रोड मोड़ तक फुटकर सब्जी, फल और अन्य दुकानों के ठेले सड़कों पर सजे रहते हैं।
कई बार स्थिति इतनी गंभीर हो जाती है कि लोगों को पैदल चलने में भी कठिनाई होने लगती है।
सभापति का बयान
नगर सभापति अर्चना कुमारी ने कहा—
“वेंडिंग जोन के लिए टेंडर की पूरी प्रक्रिया की गई थी, लेकिन जमीन अतिक्रमित होने के कारण काम शुरू नहीं हो पाया। अधिकारियों द्वारा इस दिशा में पहल की जा रही है और उम्मीद है कि समस्या जल्द सुलझेगी, ताकि शहर में वेडिंग व्यवस्था और ट्रैफिक नियंत्रण बेहतर हो सके।”

















