पटना की हवा एक बार फिर से जहरीली हो गई है। मंगलवार सुबह शहर के कई इलाकों में एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) खतरनाक स्तर पर पहुंच गया। समनपुरा में AQI 334 दर्ज किया गया, जबकि दानापुर में यह 213 तक पहुंच गया। राजधानी में लगातार बढ़ते निर्माण कार्य, सड़कों पर उड़ती धूल और भारी वाहनों की आवाजाही ने हवा की सेहत बिगाड़ दी है।
विशेषज्ञों का कहना है कि शहर में बढ़ते निर्माण स्थलों पर धूल नियंत्रण के उपाय न किए जाने और रात में ट्रकों की आवाजाही के कारण हवा में सूक्ष्म कणों (PM2.5 और PM10) की मात्रा तेजी से बढ़ी है।
बिहार राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (BSPCB) ने प्रदूषण नियंत्रण मानकों का पालन न करने पर संबंधित एजेंसियों और निर्माण कंपनियों को नोटिस भेजा है। लेकिन सवाल अब भी वही है — आखिर कब मिलेगी पटना को साफ और सांस लेने लायक हवा?
स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने चेतावनी दी है कि इस स्तर की हवा बच्चों, बुजुर्गों और अस्थमा के मरीजों के लिए बेहद खतरनाक है। उन्होंने लोगों को सुबह-शाम खुले में टहलने से बचने, मास्क पहनने और घरों में एयर प्यूरीफायर इस्तेमाल करने की सलाह दी है।

















