बिहार विधानसभा चुनाव अब अपने दूसरे और अंतिम चरण की ओर बढ़ रहा है। आज शाम से दूसरे चरण का चुनाव प्रचार थम जाएगा। 11 नवंबर को 20 जिलों की 122 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है। मतदान से पहले सियासी हलकों में बड़ा घटनाक्रम सामने आया है।
जनशक्ति जनता दल (JJD) के अध्यक्ष तेज प्रताप यादव ने अपनी ही पार्टी के उम्मीदवार श्याम किशोर चौधरी को तत्काल प्रभाव से निष्कासित कर दिया है। यही नहीं, तेज प्रताप यादव ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी, बिहार को पत्र लिखकर श्याम किशोर चौधरी की उम्मीदवारी रद्द करने की मांग भी की है।
तेज प्रताप यादव ने आरोप लगाया कि श्याम किशोर चौधरी ने पार्टी नेतृत्व को बिना सूचना दिए महागठबंधन से समर्थन लिया और उनके साथ चुनावी कार्यक्रम किया, जो पार्टी की विचारधारा और नियमों के खिलाफ है। तेज प्रताप ने कहा कि यह पार्टी अनुशासन का उल्लंघन है, इसलिए चौधरी को पार्टी से तत्काल प्रभाव से सभी पदों से हटा दिया गया है।
उन्होंने कहा— “श्याम किशोर चौधरी द्वारा पार्टी के निर्णय के विपरीत जाकर महागठबंधन का समर्थन प्राप्त करना अनुशासनहीनता है। यह आचार संहिता और पार्टी की मर्यादा के खिलाफ है। इसलिए हमने चुनाव आयोग से उनकी उम्मीदवारी रद्द करने की सिफारिश की है।”
🧩 विवाद की जड़:
यह विवाद तब शुरू हुआ जब सुगौली सीट से विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के उम्मीदवार का नामांकन रद्द हो गया। इसके बाद मुकेश सहनी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर तेज प्रताप यादव की पार्टी JJD के उम्मीदवार श्याम किशोर चौधरी को समर्थन देने की घोषणा की।
सहनी ने कहा कि यह समर्थन केवल VIP नहीं बल्कि महागठबंधन का सामूहिक फैसला है। सहनी ने सुगौली में चौधरी के पक्ष में जनसभा की और जनता से उनके लिए वोट मांगे।
🗣️ श्याम किशोर चौधरी का जवाब:
तेज प्रताप की कार्रवाई के बाद श्याम किशोर चौधरी ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा—
“कुछ लोग डरकर झूठ फैला रहे हैं कि मेरी उम्मीदवारी रद्द हो गई है। यह पूरी तरह झूठ और साजिश है। मैं महागठबंधन समर्थित जनशक्ति जनता दल (JJD) का अधिकृत उम्मीदवार हूं। सुगौली विधानसभा क्षेत्र संख्या 11 से क्रम संख्या 5 पर ‘ब्लैक बोर्ड’ छाप पर बटन दबाएं और सच्चाई के साथ दीजिए, विकास को समर्थन।”
उन्होंने आगे कहा कि यह लड़ाई सच्चाई और विकास की है और “जीत सुगौली की होगी।”


















