भड़कता बिहार डेस्क, नई दिल्ली:
उच्च कोलेस्ट्रोल (High Cholesterol) केवल हृदय या रक्त वाहिकाओं के लिए खतरा नहीं है, बल्कि इसके असर पैरों और अन्य हिस्सों में भी देखने को मिल सकते हैं। अक्सर लोग केवल थकान या वजन बढ़ने जैसी सामान्य समस्याओं को हाई कोलेस्ट्रोल से जोड़ते हैं, लेकिन पैरों में कुछ खास संकेत इसकी चेतावनी दे सकते हैं।
पैरों में दिखाई देने वाले मुख्य लक्षण
- सिरदर्द और दर्द के साथ पैरों में सुन्नपन या झुनझुनी:
हाई कोलेस्ट्रोल के कारण रक्त वाहिकाओं में चर्बी जमने लगती है, जिससे पैरों तक खून का प्रवाह धीमा हो सकता है। इससे पैरों में सुन्नपन या झुनझुनी जैसी समस्या हो सकती है। - पैरों में सुजन और सूजन:
जब धमनियों में कोलेस्ट्रोल जमा होने से ब्लड फ्लो प्रभावित होता है, तो पैरों में सूजन या भारीपन महसूस हो सकता है। - त्वचा पर पीले या सफेद धब्बे:
उच्च कोलेस्ट्रोल वाले लोगों में पैर, घुटनों या हाथों की त्वचा पर पीले रंग के धब्बे (Xanthomas) या मोटे टिशू नजर आ सकते हैं। यह कोलेस्ट्रोल जमा होने का सीधा संकेत है। - पैरों की ठंडक या रंग बदलना:
कोलेस्ट्रोल की वजह से रक्त संचार प्रभावित होने पर पैरों की त्वचा का रंग बदल सकता है और हाथ-पैर ठंडे महसूस हो सकते हैं। - चलने में दर्द या थकान:
लंबे समय तक खड़े रहने या चलने पर पैरों में दर्द या थकान महसूस होना भी उच्च कोलेस्ट्रोल का संकेत हो सकता है।
क्या करें?
- नियमित ब्लड टेस्ट कराएं और कोलेस्ट्रोल लेवल को मॉनिटर करें।
- संतुलित आहार लें: तली-भुनी चीजें, बेक्ड फूड और ट्रांस फैट से बचें।
- नियमित व्यायाम और पैदल चलना ब्लड सर्कुलेशन सुधारने में मदद करता है।
- डॉक्टर की सलाह से आवश्यक दवा लें और जीवनशैली में सुधार करें।
निष्कर्ष:
हाई कोलेस्ट्रोल केवल हृदय की बीमारी का खतरा नहीं बढ़ाता, बल्कि पैरों और त्वचा पर भी इसके लक्षण नजर आ सकते हैं। समय रहते चेतावनी पहचानना और इलाज शुरू करना जीवन को सुरक्षित रखने में मदद करता है।


















