नीतीश कुमार की 125 यूनिट मुफ्त बिजली स्कीम से सोलर योजना पर असर, आवेदन संख्या गिरकर 16-17 तक सिमटी
बिहार की बिजली सियासत में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की 125 यूनिट मुफ्त बिजली योजना ने केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी पीएम सूर्य घर योजना पर सीधा असर डाला है। जुलाई 2025 के बाद सोलर योजना के प्रति लोगों की रुचि लगभग 78 प्रतिशत तक गिर गई।
जानकारी के अनुसार, पहले हर महीने 70 से 75 आवेदन आ रहे थे, लेकिन अब यह संख्या घटकर महज 16-17 आवेदन प्रति माह रह गई है। जिले में अब तक कुल 1,995 ऑनलाइन आवेदन किए गए, जिनमें 904 घरों पर सोलर पैनल लगाए जा चुके हैं और 869 लाभुकों को सरकारी अनुदान भी मिल चुका है।
वहीं बिहारशरीफ में कुल 5,69,047 बिजली कनेक्शन हैं, जिनमें से 5,06,022 घरेलू उपभोक्ता शामिल हैं। इनमें से 3,63,921 उपभोक्ता 125 यूनिट फ्री बिजली योजना का लाभ उठा रहे हैं। इस योजना के तहत न सिर्फ मुफ्त बिजली मिल रही है, बल्कि न्यूनतम सर्विस चार्ज भी हटा दिया गया है, जिससे आम उपभोक्ताओं को तुरंत राहत मिल रही है।
इसके विपरीत, पीएम सूर्य घर योजना में 1 से 3 किलोवाट तक सोलर पैनल लगाने पर 30 हजार से 78 हजार रुपये तक का अनुदान मिलता है, लेकिन शुरुआती खर्च और प्रक्रिया की जटिलता लोगों को पीछे खींच रही है।
हालात को देखते हुए बिजली विभाग अब योजना को दोबारा पटरी पर लाने की कोशिश में है। विभाग हर बिजली सेक्शन से 10-10 उपभोक्ताओं को सम्मानित करेगा, जिन्होंने सोलर लगाकर बिजली बिल शून्य किया है, ताकि जागरूकता और भरोसा दोनों बढ़ सके।
विद्युत अधीक्षण अभियंता मनीष कांत ने कहा कि फ्री बिजली योजना के कारण सोलर योजना की रफ्तार धीमी पड़ी है, लेकिन सम्मान समारोह, सस्ते लोन और जागरूकता अभियान के जरिए इसे पुनः गति देने की कोशिश की जा रही है। कुल मिलाकर, फ्री बिजली की सियासत में सोलर की लड़ाई फिलहाल कमजोर नजर आ रही है।





















