नई दिल्ली: संसद के सेंट्रल हॉल में मंगलवार को संविधान दिवस का विशेष कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू उपस्थित रहीं और उन्होंने संविधान के 9 भाषाओं में अनुवाद का लोकार्पण किया।
राष्ट्रपति मुर्मू ने अपने संबोधन में कहा कि संविधान हमारी लोकतांत्रिक नींव और अधिकारों का मूल स्तंभ है। उन्होंने इस अवसर पर सभी नागरिकों से संविधान की मूल भावना को समझने और उसका सम्मान करने की अपील की।
कार्यक्रम में संसद के सदस्य, अधिकारी और गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। राष्ट्रपति ने कहा कि विभिन्न भाषाओं में संविधान का अनुवाद देश के बहुभाषी समाज में सभी नागरिकों तक संवैधानिक अधिकारों और कर्तव्यों की जानकारी पहुंचाने का महत्वपूर्ण कदम है।
इस अवसर पर संविधान दिवस परंपरानुसार विधायिका और कार्यपालिका के प्रतिनिधियों के बीच संविधान के महत्व पर चर्चा भी हुई। कार्यक्रम के दौरान संविधान से जुड़े प्रदर्शन और सांस्कृतिक प्रस्तुतियां भी आयोजित की गईं।
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि संविधान की सुरक्षा और सम्मान हमारी सामूहिक जिम्मेदारी है, और इसका सही ज्ञान प्रत्येक नागरिक के लिए अत्यंत आवश्यक है।

















