मोकामा, बिहार: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए मोकामा सीट पर सियासी गर्मी चरम पर है। इस बार की चुनावी लड़ाई में दो बाहुबली नेता आमने-सामने हैं। एक ओर जदयू के पूर्व विधायक अनंत सिंह हैं, जिन्हें उनके समर्थक “छोटे सरकार” के नाम से बुलाते हैं, तो दूसरी ओर राजद की ओर से बाहुबली नेता सूरजभान सिंह की पत्नी वीणा देवी चुनावी मैदान में हैं।
चुनावी जंग का माहौल इस समय और गर्मा गया है जब सूरजभान सिंह ने अनंत सिंह के सबसे बड़े विरोधी सोनू-मोनू से मुलाकात की। जानकारी के अनुसार, सूरजभान सिंह बीते दिन सोनू के घर पहुंचे और उनका स्वागत किया गया। इस दौरान वहां समर्थकों की भारी भीड़ जमा रही।
विशेषज्ञों का मानना है कि मोकामा में यह मुकाबला केवल अनंत सिंह और वीणा देवी के बीच नहीं, बल्कि अनंत सिंह बनाम सूरजभान सिंह के बीच देखा जाएगा। दोनों नेता भूमिहार जाति से ताल्लुक रखते हैं और मोकामा के भूमिहार मतदाता इस चुनाव में निर्णायक भूमिका निभाएंगे।
चुनाव से पहले यहाँ सियासी तापमान काफी बढ़ गया है। इस बार का चुनाव इसलिए भी खास है क्योंकि सूरजभान सिंह को खुद चुनाव लड़ने की अनुमति नहीं मिलने के कारण उन्होंने अपनी पत्नी को मैदान में उतारा है। वहीं, अनंत सिंह और सोनू-मोनू के बीच पुरानी दुश्मनी इस चुनावी मुकाबले को और दिलचस्प बना रही है।
इतिहास की बात करें तो इस साल 22 जनवरी को नौरंगा जलालपुर गांव में अनंत सिंह और उनके समर्थकों पर फायरिंग की गई थी, जिसमें पूर्व विधायक बाल-बाल बचे। इसके बाद अनंत सिंह ने खुद को सरेंडर किया और 5 अगस्त को पटना हाईकोर्ट ने उन्हें जमानत दे दी। इसके बाद अनंत सिंह अब चुनावी मैदान में पूरी ताकत से मौजूद हैं।
मोकामा के सियासी माहौल पर नज़र रखने वाले कहते हैं कि इस सीट का चुनाव भूमिहार मतदाताओं के झुकाव पर निर्भर करेगा। इस चुनावी जंग में अनंत सिंह और वीणा देवी के बीच मुकाबला देखना राजनीतिक विश्लेषकों के लिए भी अहम होगा।
अजय शास्त्री, संवाददाता


















