बिहार में नई सरकार के गठन की हलचल के बीच पटना में अवैध बालू खनन माफियाओं की बर्बरता एक बार फिर सामने आई है। मंगलवार की देर रात पालीगंज अनुमंडल के दुल्हिनबाजार थाना क्षेत्र में बालू माफियाओं ने जिला खनन विभाग के दो स्पेशल आर्म्ड फोर्स (SAF) जवानों पर जानलेवा हमला कर दिया। माफियाओं ने अपनी तेज रफ्तार स्कॉर्पियो से दोनों जवानों को बेरहमी से कुचल दिया। इस हमले में SAF जवान दुखहरन पासवान की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि दूसरे जवान लक्ष्मण सिंह गंभीर रूप से घायल हैं और उनका इलाज पटना के पीएमसीएच (PMCH) में जारी है।
कैसे हुई वारदात
खनन विभाग की टीम दुल्हिनबाजार के काब गांव में अवैध बालू खनन के खिलाफ चेकिंग अभियान चला रही थी। इसी दौरान विभाग ने अवैध रूप से बालू से लदे एक ट्रैक्टर को जब्त किया। SAF जवान दुखहरन पासवान और लक्ष्मण सिंह ट्रैक्टर को लेकर थाने लौट रहे थे।
इसी बीच ट्रैक्टर के मालिक और उसके साथी वहां पहुंचे और जब्त वाहन को छुड़ाने की कोशिश में जवानों से भिड़ गए। देखते ही देखते स्थिति हाथापाई और मारपीट में बदल गई। मामला बिगड़ता देख बालू माफियाओं ने अपनी स्कॉर्पियो गाड़ी से दोनों SAF जवानों को जानबूझकर कुचल दिया और मौके से फरार हो गए।
घटना के बाद दोनों जवान सड़क पर गंभीर रूप से घायल पड़े थे।
पुलिस की तत्परता, एक जवान शहीद
घटना की जानकारी मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुँची और घायल जवानों को तुरंत पीएमसीएच भेजा गया। डॉक्टरों ने दुखहरन पासवान को बचाने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने दम तोड़ दिया। घायल जवान लक्ष्मण सिंह की हालत अभी भी नाज़ुक बताई जा रही है।
FIR दर्ज, स्कॉर्पियो बरामद – आरोपी फरार
एएसपी शिवम धाकड़ ने बताया कि मामला माइनिंग इंस्पेक्टर की कार्रवाई के दौरान हुआ। दुल्हिनबाजार थाना में FIR दर्ज कर दी गई है।
पुलिस ने घटना में शामिल स्कॉर्पियो गाड़ी को बरामद कर लिया है। हालांकि, सभी आरोपी अभी भी फरार हैं।
फरार आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए विशेष जांच दल (SIT) गठित की गई है। पुलिस टीम अलग-अलग ठिकानों पर लगातार छापेमारी कर रही है।
एएसपी ने कहा कि आरोपियों को जल्द गिरफ्तार कर सख्त कार्रवाई की जाएगी।
नई सरकार से पहले माफियाओं का दुस्साहस
नई सरकार बनने से ठीक पहले सरकारी कर्मियों पर माफियाओं का यह हमला बिहार में अवैध खनन माफिया के गहरे नेटवर्क और उनकी बेखौफ गतिविधियों को उजागर करता है।
यह घटना यह भी संकेत करती है कि अवैध बालू कारोबार, अवैध खनन और माफिया तंत्र आने वाली सरकार के लिए एक बड़ी चुनौती बनने वाला है।
सरकार और पुलिस के लिए कड़ी चुनौती
पुलिस की त्वरित कार्रवाई और SIT का गठन इस बात का संकेत है कि प्रशासन अपराधियों को पकड़ने और अवैध खनन पर रोक लगाने के लिए गंभीर है।
लेकिन इस माफिया नेटवर्क को खत्म करने के लिए सिर्फ छापेमारी ही नहीं, बल्कि लंबे समय तक कठोर और सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है।














