नई दिल्ली / जोहानेसबर्ग, 23–24 नवंबर 2025 — कनाडा के प्रधानमंत्री Mark Carney ने भारत के प्रधानमंत्री Narendra Modi के निमंत्रण को औपचारिक रूप से स्वीकार कर लिया है। इस निमंत्रण के तहत वे 2026 की शुरुआत में भारत की आधिकारिक यात्रा पर आएंगे। यह जानकारी कनाडाई प्रधानमंत्री कार्यालय और भारत-कनाडा द्विपक्षीय वार्ता से जारी आधिकारिक प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से सामने आई है।
दोनों नेताओं के बीच यह महत्वपूर्ण चर्चा G20 Leaders’ Summit के दौरान दक्षिण अफ्रीका के जोहानेसबर्ग में हुई, जहाँ उन्होंने भारत-कनाडा संबंधों में नई सकारात्मक ऊर्जा और आगे बढ़ने की इच्छा को दोहराया।
CEPA समझौते की शुरुआत
बैठक के दौरान दोनों देशों ने उच्च महत्वाकांक्षा वाले Comprehensive Economic Partnership Agreement (CEPA) को शुरू करने का निर्णय लिया। इस व्यापक आर्थिक समझौते में—
माल एवं सेवा व्यापार
निवेश
कृषि व खाद्य प्रसंस्करण
डिजिटल व्यापार
मोबिलिटी
सतत विकास
जैसे प्रमुख क्षेत्रों को शामिल करने पर सहमति बनी है।
2030 तक 70 बिलियन डॉलर व्यापार का लक्ष्य
भारत और कनाडा ने एक साझा आर्थिक लक्ष्य तय किया है, जिसके अनुसार 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को लगभग 70 बिलियन अमेरिकी डॉलर तक ले जाने की योजना है। इसके लिए दोनों देशों के आर्थिक और व्यापार विभाग तेजी से काम करेंगे।
राजनयिक स्टाफिंग और लोगों के बीच संपर्क पर जोर
विदेश मंत्रालयों ने यह भी सहमति व्यक्त की है कि व्यापारिक और कांसुलर जरूरतों के अनुसार राजनयिक स्टाफिंग बढ़ाई जाएगी, ताकि दोनों देशों के नागरिकों और व्यवसायों के बीच संपर्क मजबूत हो सके।
साथ ही, लोग-से-लोग संबंधों को बढ़ावा देने पर भी जोर दिया गया है।
भारत-कनाडा संबंधों में सकारात्मक संकेत
यह निर्णय भारत-कनाडा रिश्तों में एक महत्वपूर्ण सकारात्मक संकेत माना जा रहा है, विशेषकर उस तनावपूर्ण दौर के बाद जब द्विपक्षीय संबंध चुनौतियों से घिर गए थे।
विशेषज्ञों का मानना है कि यह यात्रा—
आर्थिक सहयोग
तकनीकी साझेदारी
शिक्षा और ऊर्जा क्षेत्र
कृषि और नवाचार
डिजिटल एवं हरित तकनीक
जैसे क्षेत्रों में नए अवसर पैदा कर सकती है।
कनाडा के लिए भारत एक उभरती आर्थिक शक्ति है, जबकि भारत के लिए कनाडा निवेश, तकनीक, शिक्षा और ऊर्जा समाधानों का प्रमुख साझेदार बन सकता है।
यात्रा की तैयारी जारी
यात्रा से संबंधित कार्यक्रमों और बैठकों की विस्तृत योजना अभी तय की जानी बाकी है। हालांकि यात्रा का समय “2026 की शुरुआत” सुनिश्चित किया गया है।
इसके साथ ही, CEPA वार्ताएँ प्रारंभ हो चुकी हैं और दोनों देश इन्हें जल्द से जल्द अंतिम रूप देने के इच्छुक हैं।
सुरक्षा और राजनयिक सहयोग को बढ़ाने पर भी दोनों देशों का विशेष ध्यान है, जिससे द्विपक्षीय संबंध और मजबूत होंगे।

















