नई दिल्ली — भारत के नए मुख्य न्यायाधीश जस्टिस सूर्यकांत के शपथ ग्रहण समारोह में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की गैरमौजूदगी को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने उन पर तीखा हमला बोला है। सोमवार को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने राष्ट्रपति भवन में जस्टिस सूर्यकांत को देश के 51वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ दिलाई। इस दौरान कई बड़ी हस्तियां, केंद्रीय मंत्री, न्यायाधीश और संवैधानिक पदाधिकारी मौजूद थे, लेकिन राहुल गांधी कार्यक्रम में नहीं दिखे।
भाजपा ने उठाए सवाल
भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता सीआर केशवन ने इस मुद्दे पर सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए लिखा कि नेता प्रतिपक्ष का इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम से दूर रहना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि यह पहली बार नहीं है जब राहुल गांधी किसी संवैधानिक समारोह से अनुपस्थित रहे हों।
केशवन ने आरोप लगाया कि
“चाहे उपराष्ट्रपति का शपथ ग्रहण हो या स्वतंत्रता दिवस का समारोह — राहुल गांधी कहीं नहीं जाते। इससे साफ होता है कि उन्हें देश की संवैधानिक प्रक्रियाओं पर भरोसा नहीं है।”
उन्होंने यह भी लिखा कि यह रवैया डॉ. भीमराव आंबेडकर द्वारा निर्मित संविधान के प्रति उनके अनादर को दर्शाता है।
कांग्रेस पर पुराना हमला भी याद दिलाया
भाजपा प्रवक्ता ने पोस्ट में आगे कहा कि कांग्रेस ने आपातकाल लगाकर लोकतंत्र और संविधान को नुकसान पहुँचाया था। उन्होंने लिखा कि पार्टी आज भी लोकतांत्रिक परंपराओं में विश्वास नहीं रखती।
उनके अनुसार—
“इस तरह की हरकतें जनता की नजरों से बच नहीं पाएंगी।”
शपथ ग्रहण समारोह को लेकर विपक्ष की चुप्पी
राहुल गांधी की ओर से या कांग्रेस पार्टी की तरफ से इस पूरे मुद्दे पर अब तक कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सोशल मीडिया पर इस विषय को लेकर बहस छिड़ गई है, जहाँ भाजपा समर्थक राहुल गांधी की आलोचना कर रहे हैं जबकि विपक्ष के समर्थक इसे “अनावश्यक विवाद” बता रहे हैं।

















