पटना: बिहार विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर राजधानी में सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। 1 दिसंबर से 5 दिसंबर तक चलने वाले इस सत्र के दौरान विधानसभा परिसर और उसके आसपास के इलाकों में 800 पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है।
शनिवार को डीएम डॉ. त्यागराजन एसएम और एसएसपी कार्तिकेय शर्मा ने विधानसभा परिसर में तैनात दंडाधिकारियों और पुलिस अधिकारियों को ब्रीफिंग दी और सुरक्षा तैयारियों का निरीक्षण किया। अधिकारियों ने बताया कि सुरक्षा के लिए तीन अलग-अलग सेक्टर बनाए गए हैं – यातायात व्यवस्था, विधानसभा परिसर की सुरक्षा और वीआईपी/वीवीआईपी प्रोटोकॉल प्रबंधन।
सत्र के दौरान वीवीआईपी मूवमेंट को देखते हुए आसपास की प्रमुख सड़कों पर ट्रैफिक में बदलाव किया जाएगा। सुरक्षा प्रोटोकॉल के तहत त्रि-स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था लागू होगी और पूरे क्षेत्र की निगरानी सीसीटीवी कैमरों से की जाएगी। इसके साथ ही आठ क्यूआरटी टीमें भी किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार रहेंगी।
प्रदर्शन और धरना प्रदर्शन के लिए प्रशासन ने केवल गर्दनीबाग धरना स्थल को अधिकृत किया है। निर्दिष्ट क्षेत्र के बाहर किसी भी प्रकार के विरोध-प्रदर्शन पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी। धरना स्थल पर भी मजिस्ट्रेट और पुलिस बल तैनात रहेंगे।
जानकारी के अनुसार यह नए राज्य सरकार के गठन के बाद पहला विधानसभा सत्र है। सत्र के पहले दिन नवनिर्वाचित विधायकों का शपथ ग्रहण होगा, इसके बाद राज्यपाल का अभिभाषण होगा। आने वाले दिनों में अन्य विधायी कार्यवाही संपन्न की जाएगी।
अधिकारियों का कहना है कि विधानसभा की कार्रवाई शुरू होने के एक घंटे पहले से ही सभी मजिस्ट्रेट और सुरक्षा बल अपने-अपने स्थानों पर मौजूद रहेंगे। सत्र के दौरान किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त बल और व्यवस्थाएं तैयार हैं।
पटना प्रशासन ने साफ कर दिया है कि अगले 5 दिनों के लिए धारा 163 लागू रहेगी और गर्दनीबाग के अलावा किसी अन्य जगह धरना प्रदर्शन करने वाले आंदोलनकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
18वीं विधानसभा सत्र को लेकर सुरक्षा तैयारियां पूरी कर ली गई हैं और कल से विधानसभा का सत्र शुरू होगा।
पटना से राहुल कुमार की रिपोर्ट















