पटना: 18वीं बिहार विधानमंडल के पहले सत्र का आज आखिरी दिन है और दोनों सदनों में विपक्ष और सत्ता पक्ष के बीच राजनीतिक घमासान चरम पर पहुँच गया। विधान परिषद में विपक्ष ने मुख्यमंत्री महिला रोजगार योजना को लेकर सरकार पर तीखे हमले किए, जबकि सत्ता पक्ष ने जवाबी हमला करते हुए विपक्ष को सख्त चेतावनी दी।
विपक्ष का आरोप: महिला रोजगार योजना चुनावी लॉलीपॉप
विपक्ष के नेता सुनील कुमार, संदीप सौरभ, उर्मिला ठाकुर सहित अन्य नेताओं ने महिला रोजगार योजना को चुनावी लॉलीपॉप करार देते हुए आरोप लगाया कि सरकार ने 10-10 हजार रुपए देकर मतदाताओं के वोट खरीदे।
सत्ता पक्ष का जवाब: लूर लक्षण सुधारिए नहीं तो और नीचे जाएंगे
विपक्ष के आरोपों पर सत्ता पक्ष के नेता अशोक चौधरी, दिलीप जायसवाल और नीरज कुमार ने जोरदार जवाब दिया। उन्होंने कहा कि विपक्ष को सलाह दी जाती है कि “लूर लक्षण सुधारिए, नहीं तो अभी तक जितना नीचे गए हैं, उससे और नीचे जाएंगे।”
संसदीय माहौल
विधान परिषद में इस बहस के दौरान जबरदस्त बवाल देखने को मिला। सदन में दोनों पक्षों की बहस इतनी तीखी रही कि चर्चा अक्सर तालियों और नारेबाजी में बदल गई।
सारांश
18वीं बिहार विधानमंडल का पहला सत्र अपने अंतिम दिन में राजनीतिक घमासान और सियासी बयानबाज़ी के लिए यादगार साबित हुआ। महिला रोजगार योजना और वोटिंग प्रक्रिया पर उठे सवालों ने सत्ता-विपक्ष के बीच तीखी टकराव की तस्वीर पेश की।
















