बिहार में कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए पुलिस मुख्यालय ने अब तक की सबसे बड़ी तैयारी शुरू कर दी है। डीजीपी विनय कुमार ने बुधवार को प्रेस वार्ता के दौरान बताया कि राज्य के 400 कुख्यात अपराधियों, भू-माफियाओं और बालू माफियाओं की अवैध संपत्तियों से जुड़े दस्तावेजों को न्यायालय को सौंप दिया गया है। कोर्ट का आदेश मिलते ही इन सभी की संपत्तियों पर जब्ती की कार्रवाई शुरू हो जाएगी।
400 अपराधियों की फाइल तैयार, संपत्ति जब्ती की पूरी तैयारी
डीजीपी ने कहा कि विभिन्न जिलों से कार्रवाई योग्य 400 कुख्यात अपराधी चिन्हित किए गए हैं। इनके अवैध अर्जित संपत्तियों का पूरा ब्यौरा— जमीन, मकान, वाहन, बैंक खाते और अन्य दस्तावेज सहित—कोर्ट को भेजा जा चुका है।
उन्होंने साफ कहा—
“अपराधियों और माफियाओं पर कोई नरमी नहीं बरती जाएगी। कानून अपना काम करेगा।”
1208 और माफियाओं की नई सूची तैयार
डीजीपी ने खुलासा किया कि पुलिस प्रशासन एक और बड़ी कार्रवाई की तैयारी में है।
राज्य के 1208 भू-माफिया, बालू माफिया और बड़े आपराधिक नेटवर्क से जुड़े लोगों की नई सूची तैयार की जा रही है। उनकी अवैध संपत्तियों से जुड़े दस्तावेज भी जल्द ही न्यायालय को सौंप दिए जाएंगे।
आदेश मिलते ही इन सभी की संपत्ति भी अटैच कर दी जाएगी।
स्कूल-कॉलेज की सुरक्षा के लिए बनेगा IF Teaching Squad
युवतियों और छात्राओं की सुरक्षा को लेकर भी बिहार पुलिस बड़ा कदम उठाने जा रही है।
डीजीपी ने बताया कि आईएफ़ टीचिंग स्क्वाड के गठन को अंतिम मंजूरी मिल चुकी है।
इसके तहत—
2000 स्कूटी खरीदी जा रही हैं।
इन पर तैनात पुलिसकर्मी स्कूल-कॉलेज के बाहर लगातार गश्त करेंगे।
किसी भी तरह की छेड़खानी, उत्पीड़न या गलत गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी।
शिक्षण संस्थानों की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी।
कानून-व्यवस्था पर सख्त रुख
समीक्षा बैठक के बाद डीजीपी विनय कुमार ने साफ संदेश दिया:
“राज्य सरकार और पुलिस मुख्यालय किसी भी अपराधी को बख्शने के मूड में नहीं है। माफियाओं का नेटवर्क खत्म होगा और कानून-व्यवस्था को मजबूत करने के लिए हर जरूरी कदम उठाए जाएंगे।”
उन्होंने जिला पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिया कि माफियाओं पर लगातार निगरानी रखी जाए और अवैध कमाई के हर स्रोत को समाप्त किया जाए।
क्या है सरकार की मंशा?
पिछले कुछ महीनों में सरकार ने साफ संकेत दिया है कि अपराध और माफियागिरी को खत्म करना प्राथमिक लक्ष्य है। बड़े माफियाओं की संपत्ति जब्ती, अटैचमेंट और गिरफ्तारी की कार्रवाई तेजी से बढ़ रही है।
पटना से राहुल कुमार की रिपोर्ट

















