Maharashtra Minority Commission में शिकायत, AIMIM-सपा नेता ने सार्वजनिक माफी की मांग की
बिहार में नियुक्त पत्र वितरण के दौरान आयुष डॉक्टर नुसरत परवीन का हिजाब हटाने का मामला तूल पकड़ गया है। इस घटना के बाद विपक्षी दल और मुस्लिम संगठन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लगातार निशाना साध रहे हैं। समाजवादी पार्टी की सांसद इकरा हसन ने इस हरकत को अपमानजनक बताया और मुख्यमंत्री से सार्वजनिक माफी मांगने की मांग की है।
इस मामले में AIMIM के राष्ट्रीय प्रवक्ता वारिस पठान ने हिजाब और बुर्के को मुस्लिम महिलाओं के सम्मान और गरिमा का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को बिना शर्त माफी मांगनी चाहिए।
इसके साथ ही मुस्लिम समाज ने महाराष्ट्र अल्पसंख्यक आयोग में भी शिकायत दर्ज कराई है। आयोग के अध्यक्ष प्यारे खान ने कहा कि वे केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री को पत्र लिखकर यह सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह की घटना दोबारा किसी राज्य में न हो। उन्होंने कहा कि यह कृत्य गलत और अस्वीकार्य है और किसी भी सरकार या राजनीतिक दल का समर्थन नहीं पा सकता।
प्यारे खान ने आगे कहा कि यह मामला धर्म से जुड़ा हुआ है और एक बेटी के साथ किया गया अभद्र व्यवहार है। मुस्लिम समाज में इस घटना को लेकर काफी रोष है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं।
इस विवाद ने बिहार की राजनीति में सियासी बहस को और गर्मा दिया है और विपक्षी दल इस मुद्दे का उपयोग मुख्यमंत्री पर दबाव बनाने के लिए कर रहे हैं।






















