झारखंड के हजारीबाग में गुरुवार को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) ने एक बड़ी छापेमारी को अंजाम दिया। यह कार्रवाई पेलावल क्षेत्र में रहने वाले डॉ. जमिल के आवास पर की गई, जहां NIA की टीम के साथ 200 से अधिक पुलिसकर्मी मौजूद थे। छापे के दौरान पूरे इलाके को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया और घर को चारों ओर से घेरकर तलाशी अभियान शुरू किया गया।
सूत्रों के अनुसार NIA को टेरर फंडिंग, हजारीबाग में सक्रिय आतंकी नेटवर्क के तार और दिल्ली ब्लास्ट कनेक्शन संबंधी कुछ अहम इनपुट मिले थे। इन्हीं लिंक्स की जांच के तहत यह कार्रवाई की गई है।
इलाके में भारी सुरक्षा, पेलावल क्षेत्र सील
सुबह-सुबह शुरू हुई कार्रवाई के बाद पेलावल क्षेत्र में किसी भी सामान्य आवाजाही पर रोक लगा दी गई। स्थानीय पुलिस और NIA ने क्षेत्र को पूरी तरह घेरते हुए घर के बाहर और आस-पास भारी फोर्स तैनात कर दी।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार इतनी बड़ी संख्या में पुलिस की मौजूदगी ने पूरे इलाके में दहशत और जिज्ञासा दोनों बढ़ा दी। कई अधिकारी बुलेटप्रूफ़ जैकेट पहनकर तलाशी के दौरान अंदर गए।
कई घंटों तक चली तलाशी
NIA टीम ने घर के सभी कमरों, अलमारियों, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स, दस्तावेज़ों और वाहनों की बारीकी से जांच की। संदिग्ध डिजिटल उपकरणों और दस्तावेज़ों को कब्जे में लिए जाने की भी जानकारी सामने आई है।
किस मामले में हुई कार्रवाई?
सूत्र बताते हैं कि NIA को आशंका है कि—
- हजारीबाग क्षेत्र से टेरर फंडिंग का नेटवर्क संचालित हो रहा था
- दिल्ली में हुए कुछ संदिग्ध ब्लास्ट मामलों से कुछ संपर्क सूत्र मिले हैं
- इस नेटवर्क में कुछ स्थानीय और बाहरी व्यक्तियों की भूमिका की जांच की जा रही है
हालाँकि, NIA ने फिलहाल किसी आधिकारिक बयान में स्पष्ट जानकारी नहीं दी है।
इलाके में तनाव, पुलिस ने संभाला मोर्चा
छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में लोग मौके पर जुट गए, लेकिन पुलिस ने भीड़ को मौके से काफी दूरी पर रोक दिया। हालात को देखते हुए अतिरिक्त बल तैनात किया गया है।
NIA की चुप्पी, स्थानीय प्रशासन सतर्क
NIA की कार्रवाई पूरी तरह गोपनीय रखी गई है। टीम के अधिकारी मीडिया से बातचीत करने से बचते रहे। स्थानीय प्रशासन का कहना है कि
“छापेमारी NIA के अनुरोध पर की गई है, और वे अपने स्तर पर गंभीर मामले की जांच कर रहे हैं।”
जांच जारी, आने वाले दिनों में और कार्रवाई संभव
सूत्रों के अनुसार, यह छापा किसी बड़े आतंकी मॉड्यूल के सुराग मिलने के बाद किया गया है और आने वाले दिनों में प्रदेश के अन्य जिलों में भी ऐसी कार्रवाइयों की संभावना है।
















