पटना में बुधवार का दिन खेल प्रेमियों के लिए ऐतिहासिक रहा, जब ‘हॉकी मेंस जूनियर वर्ल्ड कप 2025’ की ट्रॉफी यात्रा राजधानी पहुंची। राजभवन के दरबार हॉल में बिहार के राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान ने पारंपरिक दीप प्रज्वलन कर इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी का औपचारिक स्वागत और अनावरण किया।
राजभवन में आयोजित हुआ भव्य अनावरण समारोह
इस मौके पर राज्यपाल के प्रधान सचिव आर. एल. चोंगथू, खेल विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. बी. राजेंद्र, बिहार राज्य खेल प्राधिकरण के महानिदेशक व मुख्य कार्यकारी अधिकारी रवीन्द्रण शंकरण, तथा खेल विभाग के निदेशक महेन्द्र कुमार सहित कई अधिकारी मौजूद रहे।
समारोह के दौरान डॉ. बी. राजेंद्र ने राज्यपाल को स्मृति चिह्न देकर सम्मानित किया।
पटना के लिए गौरव का क्षण—शंकरण
ट्रॉफी यात्रा और आगामी वर्ल्ड कप के संबंध में जानकारी देते हुए खेल प्राधिकरण के महानिदेशक रवीन्द्रण शंकरण ने कहा कि यह अवसर पूरे बिहार के लिए गर्व का विषय है, विशेषकर पटना जैसे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक शहर के लिए।
उन्होंने बताया कि ‘हॉकी मेंस जूनियर वर्ल्ड कप 2025’ का 14वां संस्करण 28 नवंबर से 10 दिसंबर 2025 तक चेन्नई और मदुरै (तमिलनाडु) में आयोजित किया जाएगा, जिसमें दुनिया की 24 शीर्ष टीमें हिस्सा लेंगी। इससे टूर्नामेंट की प्रतिस्पर्धा और प्रतिष्ठा और बढ़ गई है।
7 नवंबर से शुरू हुई देशव्यापी ट्रॉफी यात्रा
ट्रॉफी यात्रा 7 नवंबर को दिल्ली से शुरू हुई, जिसका उद्देश्य पूरे देश में खेल भावना को मजबूत करना और युवाओं में हॉकी के प्रति उत्साह बढ़ाना है।
यह यात्रा 20 शहरों से होकर गुजर रही है और 20 नवंबर को केरल में संपन्न होगी।
शंकरण ने कहा कि—
“यह हमारे लिए गर्व की बात है कि पटना इस प्रतिष्ठित ट्रॉफी टूर के चुने गए 20 शहरों में शामिल है। यह बिहार की बढ़ती खेल संस्कृति और युवाओं की ऊर्जा का प्रतीक है।”
भारत का शानदार इतिहास
कार्यक्रम में यह भी याद किया गया कि भारत ने जूनियर हॉकी वर्ल्ड कप की मेजबानी अब तक 4 बार की है और 2001 और 2016 में दो बार खिताब जीतकर दुनिया में नया इतिहास रचा है।
अधिकारियों ने उम्मीद जताई कि इस बार भी भारतीय जूनियर टीम शानदार प्रदर्शन करेगी और ट्रॉफी एक बार फिर देश की झोली में आएगी।
राजभवन से पाटलिपुत्र खेल परिसर तक हुआ भव्य स्वागत
राजभवन से निकलने के बाद ट्रॉफी पटना के कई प्रमुख स्थानों से होती हुई पाटलिपुत्र खेल परिसर पहुंची, जहां ट्रॉफी को देखने के लिए खिलाड़ियों और आम नागरिकों की भीड़ उमड़ पड़ी।
स्टेडियम में ट्रॉफी के प्रदर्शन के साथ-साथ ‘पासिंग द बॉल’ कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इसमें रवीन्द्रण शंकरण ने खिलाड़ियों, प्रशिक्षकों, खेल प्राधिकरण के पदाधिकारियों और बिहार हॉकी संघ के सदस्यों के साथ मिलकर हॉकी बॉल पास की और युवा खिलाड़ियों को प्रोत्साहित किया।


















