नालंदा जिले के राजगीर थाना क्षेत्र में मंगलवार की रात पुलिस ने एक बड़ा खुलासा करते हुए आधा दर्जन से अधिक नर्तकियों को बंद कमरे से मुक्त कराया। यह कार्रवाई एक गुप्त सूचना के बाद की गई, जिसमें बताया गया था कि इलाके के कुछ दबंग किस्म के लोग बाहर जिलों से नर्तकियों को बुलाकर उन्हें जबरन नचाने, डराने-धमकाने और उनकी मेहनताना राशि हड़पने का काम कर रहे थे।
गुप्त सूचना पर पुलिस की अचानक छापेमारी
राजगीर पुलिस ने योजना बनाकर बताए गए स्थान पर अचानक छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस टीम ने एक कमरे से छह से अधिक नर्तकियों को बंद हालत में बरामद किया। सभी नर्तकियाँ डरी-सहमी थीं और उन्होंने तुरंत पुलिस को बताया कि उन्हें नाच–गाने के कार्यक्रम के नाम पर यहाँ लाया गया, लेकिन बाद में उनसे जबरन कार्यक्रम करवाए जाने लगे।
नर्तकियों का खुलासा: विरोध करने पर मिलती थी धमकी और मारपीट
प्रारंभिक पूछताछ में नर्तकियों ने बताया कि विरोध करने पर उनसे मारपीट की जाती थी। कई बार धमकी दी जाती थी कि अगर बाहर जाने की कोशिश की तो गंभीर परिणाम होंगे। इतना ही नहीं, जो भी पैसा मिलता था वह दबंग लोग खुद रख लेते थे, नर्तकियों को एक भी रुपया नहीं दिया जाता था।
दो संदिग्ध गिरफ्तार, मानव तस्करी के तहत FIR
छापेमारी के दौरान पुलिस ने मौके से दो संदिग्धों को हिरासत में लिया, जो इस पूरे रैकेट को चलाने के आरोप में चिन्हित किए गए हैं। राजगीर थाना पुलिस ने बताया कि मामले में
मानव तस्करी,
अवैध बंधन,
महिला शोषण,
और अन्य गंभीर धाराओं के तहत FIR दर्ज की जा रही है।
नर्तकियों को फिलहाल सुरक्षित आश्रय गृह में रखा गया है, जहाँ उनके मेडिकल परीक्षण और काउंसलिंग की व्यवस्था की गई है।
नालंदा–राजगीर क्षेत्र में चल रहे ‘छुपे रैकेट’ पर पुलिस की सख्त नजर
इस कार्रवाई के बाद यह स्पष्ट हो गया है कि नृत्य–कार्यक्रमों की आड़ में चल रहे अवैध धंधे अब पुलिस के रडार पर हैं। राजगीर थाना पुलिस ने कहा है कि ऐसी किसी भी गतिविधि को बख्शा नहीं जाएगा और आगे भी इस तरह के ठिकानों पर सख्त कार्रवाई जारी रहेगी।
नालंदा में हुई यह कार्रवाई एक बड़े रैकेट के पर्दाफाश की तरफ संकेत देती है, जो लंबे समय से इलाके में सक्रिय था। पुलिस अब इस पूरे नेटवर्क के पीछे के बड़े नामों तक पहुँचने की कोशिश कर रही है।

















