लापरवाही का बड़ा खुलासा
विश्वविद्यालय थाना प्रभारी बलवीर विलक्षण पर दर्जनों मामलों को नाहक लंबित रखने और पुलिस मुख्यालय के आदेशों की अनदेखी करने का गंभीर आरोप साबित हुआ है। रेंज आईजी विवेक कुमार ने केसों की समीक्षा के बाद उन्हें तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया।
दर्जनभर केसों में लापरवाही उजागर
जांच में सामने आया कि थानाध्यक्ष कई महत्वपूर्ण मामलों में रुचि नहीं ले रहे थे —
- लगभग एक दर्जन लंबित मामले
- अज्ञात शव की पहचान में उदासीनता
- उड़ीसा व उत्तर प्रदेश के आरोपितों का सत्यापन नहीं
- कई मामलों में गिरफ्तारी का कोई प्रयास नहीं
- अपहृता की बरामदगी में भी रुचि नहीं
- मालखाना का प्रभार न लेने में मुख्यालय आदेश की अवहेलना
पूर्व थानाध्यक्ष सुप्रिया कुमारी ने भी मालखाना का हैंडओवर नहीं दिया था, और बलवीर विलक्षण ने भी इसे लेने को लेकर कोई प्रयास नहीं किया।
इन सभी बिंदुओं को गंभीर कदाचार मानते हुए रेंज आईजी ने कार्रवाई की।
बांका में भी गिरी गाज: तीन पुलिस अधिकारी निलंबित
बांका जिले के टाउन थाना के दो मामलों में अनुसंधान और पर्यवेक्षण में भारी लापरवाही सामने आई है।
निलंबित अधिकारी—
- अंचल इंस्पेक्टर देवानंद पासवान
- थानाध्यक्ष राकेश कुमार
- अवर निरीक्षक बृजेश कुमार
जांच में क्या मिली लापरवाही?
- जानलेवा हमला व घरेलू विवाद से जुड़े मामलों में गंभीर त्रुटियाँ
- पीड़िता का बयान लेने के बाद भी कानूनी धाराओं में संशोधन नहीं
- तथ्यों की जानकारी होने के बावजूद विधिसम्मत कार्रवाई नहीं की
रेंज आईजी विवेक कुमार ने इसे गंभीर अनुशासनहीनता मानते हुए तुरंत निलंबन का आदेश दिया और बांका एसपी को आगे की कार्रवाई के निर्देश दिए।
साथ ही, प्रभावित मामलों का पर्यवेक्षण अब एसएचओ स्तर से कराने के निर्देश जारी किए गए हैं।






















