पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के पहले चरण से पहले एक चौंकाने वाली रिपोर्ट सामने आई है। एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (ADR) ने मंगलवार को जारी अपनी रिपोर्ट में बताया कि वामदलों ने सबसे ज्यादा आपराधिक मुकदमे झेल रहे उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि राजद इस मामले में दूसरे स्थान पर है।
एडीआर ने पहले चरण में चुनाव लड़ रहे 1314 में से 1303 उम्मीदवारों के शपथ पत्रों का अध्ययन किया। रिपोर्ट में सामने आया कि 423 उम्मीदवारों (32%) ने अपने खिलाफ आपराधिक मामले होने की जानकारी दी है, जिनमें से 354 (27%) पर गंभीर आपराधिक धाराएं लगी हैं।
सबसे ज्यादा चिंताजनक आंकड़े वामदलों के हैं —
- भाकपा और माकपा के 100% उम्मीदवारों पर आपराधिक मामले दर्ज हैं।
- भाकपा माले के 93% उम्मीदवार भी दागी हैं।
वहीं, राजद के 70 में से 53 (76%) उम्मीदवार, कांग्रेस के 23 में से 15 (65%), और भाजपा के 48 में से 31 (65%) उम्मीदवारों पर आपराधिक मुकदमे चल रहे हैं।
लोजपा (रामविलास) के 13 में से 7 (54%) उम्मीदवारों के खिलाफ केस दर्ज हैं।
नई पार्टी जन सुराज के भी 114 में से 50 (44%) उम्मीदवार दागी हैं, जबकि जदयू के 39% और आप के 27% प्रत्याशी आपराधिक पृष्ठभूमि वाले हैं।
एडीआर की रिपोर्ट बताती है कि इस बार चुनावी मैदान में दागी उम्मीदवारों की संख्या चिंताजनक रूप से अधिक है।

















