बिहार के छपरा में पुलिस महकमा एक बार फिर सवालों के घेरे में आ गया है। शराब तस्करों से मिलीभगत और अवैध वसूली के गंभीर आरोपों में सारण जिले की पुलिस के दो पदाधिकारियों को निलंबित कर गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज होने के बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है। इसकी पुष्टि सारण के एसएसपी डॉ. कुमार आशीष ने की है।
मामले का खुलासा तब हुआ जब मुफस्सिल थानाध्यक्ष को गुप्त सूचना मिली कि शराब से भरी एक स्कॉर्पियो को छोड़ने के लिए सौदेबाजी चल रही है और इस दौरान एक पुलिसकर्मी को बंधक बना लिया गया है। सूचना मिलते ही विभाग में हड़कंप मच गया।
एएसपी सदर राम पुकार सिंह के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया और मढ़ौरा थाना क्षेत्र के कोलुआ गांव में छापेमारी की गई। यहां से प्रशिक्षु अवर निरीक्षक (Trainee SI) चंद्रभान कुमार को सकुशल बरामद किया गया।
जांच में सामने आया कि प्रशिक्षु दारोगा चंद्रभान कुमार और दीपक कुमार ओझा शराब लदी स्कॉर्पियो को छोड़ने के एवज में तस्करों से अवैध वसूली कर रहे थे। एएसपी सदर की जांच रिपोर्ट में आरोप सही पाए जाने पर दोनों के खिलाफ मद्यनिषेध अधिनियम, आर्म्स एक्ट और अन्य धाराओं में प्राथमिकी दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया गया।
छापेमारी के दौरान पुलिस ने कुख्यात शराब कारोबारी बाल्मीकि सिंह, निवासी जमालपुर (मढ़ौरा), को गिरफ्तार किया। उसके पास से एक देशी पिस्टल, तीन मैग्जीन, एक जिंदा कारतूस, एक चाकू और 9 लीटर देशी शराब बरामद हुई। वहीं, शराब से भरी वह स्कॉर्पियो भी बरामद कर ली गई, जिसे छोड़ने के लिए यह पूरी डील की जा रही थी।
पुलिस ने बाल्मीकि सिंह के दो अन्य साथियों की पहचान कर ली है और उनकी तलाश जारी है। इस अभियान में एएसपी सदर-1 राम पुकार सिंह, एएसपी-1 नरेश पासवान, मढ़ौरा, गरखा और मुफस्सिल थाने के थाना प्रभारी सहित कई पुलिसकर्मी शामिल थे।
पुलिस की इस कड़ी कार्रवाई से विभाग में हड़कंप मचा हुआ है और अब आगे की जांच तेज कर दी गई है।
















