गोपालगंज जिले के विश्वप्रसिद्ध थावे दुर्गा मंदिर में देर रात हुई चोरी की वारदात ने पुलिस-प्रशासन के साथ-साथ लाखों श्रद्धालुओं की आस्था को भी झकझोर कर रख दिया है। मां दुर्गा के दरबार में घुसे बेखौफ चोरों ने प्रतिमा पर सजे सोना-चांदी के मुकुट, छतरी, हार सहित अन्य कीमती आभूषण चुरा लिए। यही नहीं, मंदिर परिसर में रखे लॉकर को तोड़कर नकदी और बहुमूल्य सामान भी अपने साथ ले गए।
घटना के बाद मंदिर परिसर में सनसनी फैल गई और हर तरफ एक ही सवाल उठने लगा—क्या अब देवी-देवताओं के दरबार भी सुरक्षित नहीं रहे? बताया जा रहा है कि चोर पूरी तैयारी और पहले से की गई रेकी के साथ मंदिर में दाखिल हुए थे। उन्होंने पहले सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया और फिर अंधेरे का फायदा उठाकर वारदात को अंजाम दिया।
रेकी के बाद वारदात, बड़ी सफाई से दिया चोरी को अंजाम
सूत्रों के मुताबिक, देर रात चोर मंदिर परिसर में पहुंचे और पीछे के रास्ते से सीढ़ी लगाकर अंदर दाखिल हुए। उन्होंने अपने चेहरे ढके हुए थे और अपने साथ कटर लेकर आए थे, जिसकी मदद से मंदिर का ताला काटा गया। इसके बाद मां दुर्गा की प्रतिमा से आभूषण उतारे गए और मंदिर परिसर में रखे लॉकर को निशाना बनाकर नकदी व कीमती सामान चुरा लिया गया। चोरी के बाद चोर उसी रास्ते से फरार हो गए।
सुबह टूटा लॉकर और खाली प्रतिमा देख उड़े होश
सुबह जब मंदिर के पुजारी और श्रद्धालु पूजा-अर्चना के लिए मंदिर पहुंचे तो टूटा हुआ लॉकर और मां दुर्गा की खाली प्रतिमा देखकर उनके होश उड़ गए। देखते ही देखते मंदिर परिसर में लोगों की भीड़ जमा हो गई और माहौल गम व गुस्से में बदल गया। श्रद्धालुओं का कहना है कि अगर मां के दरबार में इस तरह चोरी हो सकती है तो आम लोगों की सुरक्षा पर बड़ा सवाल खड़ा होता है।
पुलिस मौके पर, जांच तेज
घटना की सूचना मिलते ही गोपालगंज पुलिस मौके पर पहुंची और पूरे मंदिर परिसर को घेर लिया। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है, ताकि चोरों की पहचान और मूवमेंट का सुराग मिल सके। इसके अलावा आसपास के इलाकों में लगे कैमरों की भी जांच की जा रही है।
गोपालगंज के पुलिस अधीक्षक अवधेश दीक्षित ने बताया कि यह घटना बीती रात करीब 11:30 से 12:00 बजे के बीच हुई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि दो अज्ञात चोर, जिन्होंने चेहरे पर मास्क लगाया हुआ था, मंदिर के पीछे के रास्ते से सीढ़ी लगाकर अंदर घुसे थे।
FSL टीम और डॉग स्क्वायड भी जांच में शामिल
एसपी ने बताया कि घटनास्थल का गहन निरीक्षण किया गया है। FSL (फॉरेंसिक साइंस लैब) टीम और डॉग स्क्वायड को मौके पर बुलाया गया है और वैज्ञानिक तरीके से साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। मंदिर परिसर में तैनात निजी सुरक्षा गार्ड की भूमिका की भी जांच की जा रही है। यदि सुरक्षा में लापरवाही पाई जाती है तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
आस्था के केंद्र पर सवाल
थावे दुर्गा मंदिर सिर्फ एक धार्मिक स्थल नहीं, बल्कि बिहार और देशभर से आने वाले लाखों श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है। ऐसे में इस तरह की चोरी ने मंदिरों की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। स्थानीय लोगों में इस घटना को लेकर गुस्सा और डर दोनों साफ नजर आ रहा है।
फिलहाल पुलिस पूरे मामले की गहन जांच में जुटी है और दावा किया जा रहा है कि जल्द ही इस चोरी का पर्दाफाश कर आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा। लेकिन इस वारदात ने यह साफ कर दिया है कि अपराधियों के हौसले इतने बुलंद हो चुके हैं कि अब वे आस्था के सबसे पवित्र स्थलों को भी निशाना बनाने से नहीं चूक रहे हैं।






















